जैसे ही हमारी उम्र और वजन बढ़ते हैं, वैसे ही हमारे शरीर को नियमित गति और हरकत की ज़रूरत होती है। लेकिन आज के डिजिटल युग में हमारी दिनचर्या बहुत सीमित हो गई है – ज़्यादातर लोग सुबह से शाम तक कुर्सी या बिस्तर पर बैठे रहते हैं। शरीर जितना कम एक्टिव होता है, उतना ही ज़्यादा शुगर का असर बढ़ता है।
आपकी शारीरिक गतिविधि से डायबिटीज़ पर बहुत बड़ा असर पड़ता है। चलना, दौड़ना, योग, घर के काम, या जिम – कोई भी हल्की या तेज़ एक्टिविटी आपके शरीर के अंदर इन्सुलिन को बेहतर तरीके से काम करने में मदद करती है।
आपकी रोज़मर्रा की शारीरिक गतिविधि कैसी है?
शारीरिक गतिविधि का सीधा असर आपके ब्लड शुगर लेवल पर पड़ता है। जब आप चलते हैं, दौड़ते हैं या कोई भी शारीरिक काम करते हैं, तब आपकी मांसपेशियाँ ग्लूकोज़ को ऊर्जा के रूप में उपयोग करती हैं – इससे ब्लड शुगर स्वाभाविक रूप से घटता है। यह एक प्राकृतिक इलाज जैसा है।
एक्टिव रहने से केवल शुगर ही नहीं, बल्कि वजन, रक्तचाप, तनाव और नींद जैसी समस्याएं भी कम होती हैं। यहां तक कि हल्की गतिविधियाँ जैसे रोज़ाना 30 मिनट पैदल चलना, सीढ़ियों का उपयोग करना या सुबह योग करना भी आपकी सेहत को बड़ा लाभ दे सकता है।