TOP 5 TIPS SUCCESSFUL AND HAPPY LIFE 2022

हेलो दोस्तों जब बचपन में बहुत प्यारे चंचल और मासूम होते हैं दुनिया के बारे में हमें कुछ पता नहीं होता है और इसीलिए हमारे माता पिता और दूसरे हमें जो भी बोलते हैं हम उसे एकदम सच मान लेते हैं चाहे वह बात ही क्यों ना हो।

जैसे के खाना खा लो वरना भूत पकड़ लेगा, इसी तरह हमारे माता-पिता या कोई बोले तुम बहुत Smart और Beautiful हो तो हम अपने आप को स्मार्ट ब्यूटीफुल समझने लगते हैं पर अगर बम बोले कि तुम बहुत बदसूरत और बदमाश हो तो हम अपने आप को वहीं समझते हैं। और अपने आप में मान लेते हैं कि मैं बदसूरत और बदमाश हूं। चाहे मैं अपने आप में खूबसूरत ही क्यों ना हो! और हमारा यह agreements खुद से तब तक नहीं टूटेगा जब तक कोई और हमें यह बता बता कर proof ना कर दे वास्तव में खूबसूरत और होशियार हैं! यह बस एक उदाहरण था।

हम अपने आप में कई गलत समझौता करते हैं:-

जैसे कि हमारे मां-बाप कहते हैं के सक्सेसफुल बनना है तो पढ़ाई करके डॉक्टर या इंजीनियर ही बनना होगा। और अपने दोस्तों से सुना होगा कि काले लोग अच्छे नहीं दिखते हैं, कोई अगर मोटा या पतला और अगर हाइट्स मैं कम है तो हमें उसका मजाक उड़ाना चाहिए। और यह भी सुना होगा आपने के एक लड़का एक लड़की से ज्यादा महत्वपूर्ण होता है इत्यादि।
मुझे नहीं पता अपने ऐसे कितने गलत समझौते कर रखे हैं पर मैं चार ऐसे agreements बता सकता हूं जो आपको एक कामयाब और हैप्पी लाइफ के लिए अपने आप से करना ही चाहिए।

1st Agreements: दूसरों के शब्दों को सच मान लेना।

एक औरत थी जो बहुत ही तेज थी उनकी एक छोटी बेटी भी थी एक शाम जब वह वापस अपने काम से वापस आई थी तब उसका सर बहुत दुख रहा था ऑफिस मैं उनका दिन बहुत खराब गया था जिसे वह बहुत थकी और टेंशन में थी उन्हें शांति और सुकून की जरूरत थी और उसी टाइम उसकी बेटी खुशी खुशी गाना गा रही थी और रह-रहकर उसके गाने की आवाज बढ़ती ही जा रही थी और इसेलिए उसकी मम्मी का सर दर्द और बढ़ रहा था।

और इसीलिए उन्होंने अपनी बेटी को गुस्से से चिल्ला कर कहा चुप रहो तुम्हारी आवाज एकदम गंदी हैं बस चुप हो जाओ खुदा के लिए! वास्तव में उस लड़की का बुरी नहीं थी यह बात मम्मी ने कहा क्योंकि उनका सर दुख रहा था। पर बच्चे ने यह बात दिल से मान ली उसने अपने आप में समझौता कर लिया और कभी गाना नहीं गाया उसे लगा मेरी आवाज खराब है जो लोगों को परेशान कर सकती है! यह सोच ने उस लड़की की पूरी जिंदगी बर्बाद कर दी।

जब भी हम किसी की बात सुनते हैं और उसे सच मान लेते हैं तब हम अपने आप से समझौता कर लेते हैं और हमारे बिलीफ सिस्टम का एक हिस्सा बन जाता है।
आदमी यह बात नहीं समझता उसके शब्द उनके बातें कितनी ज्यादा पावरफुल हैं और वह कितना प्रभाव कर सकती हैं दूसरों की और खुद की लाइफ पर

इसीलिए हमेशा Positive और सच बोलो अपने शब्दों में प्यार रखो बुरा बोलना या गलत बोलना बंद कर दो।

2nd Agreements: अपने आप मैं सब कुछ कभी नहीं ले।

मान लो आप चलते हुए कहीं जा रहे हो और मैं आपको बिना जाने देख कर बोलता हूं तुम बहुत ही बेवकूफ इंसान हो तो क्या इसके बाद आपका गुस्सा होकर मुझसे लड़ना स्टार्ट कर देना चाहिए बिल्कुल नहीं।
क्योंकि मैं यह इसलिए नहीं बोला क्योंकि आप सच में बेवकूफ हो या आप कारण हो वह बोलने का बल्कि वह बकवास बोलने का मेरी खुद की फीलिंग और मेरी सोच है। शायद मेरे साथ आज कुछ बुरा हुआ होगा या शायद में एक बुरा इंसान हूं और करण है मेरा यह बोलने का।
पर अगर मेरी बात को आप पर्सनली लेते हैं तो कहीं ना कहीं अप विश्वास करते हो कि आप एक बेवकूफ हो उदाहरण के तौर पर अगर आप किसी एक जवान और पावरफुल इंसान को बुड्ढा बोलोगे तो उसे
बुरा नहीं लगेगा पर अगर आप किसी कमजोर इंसान पर ऐसा बोलोगे तो उसे बुरा लगेगा क्योंकि वह जानता है और बिलीव करता है कि बुड्ढा होना अच्छा नहीं है पर वह है।

इसी तरह मैं आपको बेवकूफ बोलूं और आपको बुरा लगे तो शायद आप अंदर ही अंदर यह सोच रहे हो के इसे कैसे पता चला क्या मुझे देख कर ही लोगों को पता चलता है कि मैं बेवकूफ हूं जो कि गलत सोच है और आपको ऐसा नहीं सोचना चाहिए।
इसीलिए लोगों के द्वारा बोले गए आपके लिए बुरा शब्द आप उसे पर्सनली नहीं ले वरना आपको वाह चिढ़ाने लगेगा और हो सकता है इससे भी हो जाए।
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